Featured Post

Shri JINManiprabhSURIji ms. खरतरगच्छाधिपतिश्री जहाज मंदिर मांडवला में विराज रहे है।

Image
पूज्य गुरुदेव गच्छाधिपति आचार्य प्रवर श्री जिनमणिप्रभसूरीश्वरजी म.सा. एवं पूज्य आचार्य श्री जिनमनोज्ञसूरीजी महाराज आदि ठाणा जहाज मंदिर मांडवला में विराज रहे है। आराधना साधना एवं स्वाध्याय सुंदर रूप से गतिमान है। दोपहर में तत्त्वार्थसूत्र की वाचना चल रही है। जिसका फेसबुक पर लाइव प्रसारण एवं यूट्यूब (जहाज मंदिर चेनल) पे वीडियो दी जा रही है । प्रेषक मुकेश प्रजापत फोन- 9825105823

साध्वीजी समाचार

पूजनीया प्रवर्तिनी श्री कीर्तिप्रभाश्रीजी .सा. आदि ठाणा इन्दौर नगर में बिराज रहे हैं। वहाँ से जावरा अष्टापद तीर्थ की होने वाली प्रतिष्ठा में पधरेंगे।
पूजनीया प्रवर्तिनी श्री चन्द्रप्रभाश्रीजी .साआदि ठाणा सूरत शीतलवाडी उपाश्रय से 13 दिसम्बर को विहार कर माँडल टाउन पधरेंगेमौन एकादशी के बाद कोलकाता की ओर विहार करेंगे।
पूजनीया साध्वी श्री सुलोचनाश्रीजी .साश्री सुलक्षणाश्रीजी .साआदि का कोलकाता में चातुर्मास की संपन्नता के पश्चात् उपनगरों में भ्रमण कर रहे हैं। 1 दिसम्बर को सम्मेतशिखर तीर्थ की ओर विहार किया है।

पूजनीया साध्वी श्री पूर्णप्रभाश्रीजी .साआदि ठाणा मुंबई बिराज रहे हैं। भायंदर आदि क्षेत्राों की स्पर्शना करके पुनमुंबई विल्सन स्ट्रीट पधरेंगेजहाँ 19 दिसम्बर को श्री शांतिनाथ खरतरगच्छ मंदिर के वर्षगांठ समारोह को अपनी निश्रा प्रदान करेंगे। उसके बाद वे हुबली की ओर विहार करेंगे।
पूजनीया ध्वलयशस्वी साध्वी श्री विमलप्रभाश्रीजी .साआदि ठाणा हैदराबाद बिराज रहे हैं। मौन एकादशी तक यहीं बिराजेंगे। मेडचल में होने वाले प्रतिष्ठा महोत्सव में पधरेंगे।
पूजनीया साध्वी श्री कल्पलताश्रीजी .साआदि ठाणा ने बालोतरा से विहार कर सिवानानोरवा-कुशल हेम विहार धम होते हुए 1 दिसम्बर को पाली पधर गये हैं।
पूजनीया साध्वी श्री प्रियरंजनाश्रीजी .साआदि ठाणा 3 बाडमेर बिराज रहे हैं। मौन एकादशी के पश्चात् विहार कर मांडवला जहाज मंदिर होते हुए चितलवाना पधर कर छहरी पालित संघ को अपनी सानिध्यता प्रदान करेंगे।
पूजनीया साध्वी श्री श्र(ांजनाश्रीजी .साआदि जोध्पुर बिराज रहे हैं। पौष दशमी की आराध्ना करने  कराने हेतु कापरडाजी पधरेंगे। वहाँ से पुनजोध्पुर पधर कर ता. 21 पफरवरी 14 को होने वाली प्रतिष्ठा में अपनी सानिध्यता प्रदान करेंगे।
पूजनीया साध्वी श्री प्रियश्र(ांजनाश्रीजी .साने शाजापुर से विहार किया है। वे जावरा आदि क्षेत्राों की स्पर्शना करते हुए जनवरी में पालीताना पहुँचेंगे।

पूजनीया साध्वी श्री अभ्युदयाश्रीजी .साआदि ठाणा ने चौहटन से जावरा की ओर विहार किया है।

jahaj mandir, maniprabh, mehulprabh, kushalvatika, JAHAJMANDIR, MEHUL PRABH, kushal vatika, mayankprabh, Pratikaman, Aaradhna, Yachna, Upvaas, Samayik, Navkar, Jap, Paryushan, MahaParv, jahajmandir, mehulprabh, maniprabh, mayankprabh, kushalvatika, gajmandir, kantisagar, harisagar, khartargacchha, jain dharma, jain, hindu, temple, jain temple, jain site, jain guru, jain sadhu, sadhu, sadhvi, guruji, tapasvi, aadinath, palitana, sammetshikhar, pawapuri, girnar, swetamber, shwetamber, JAHAJMANDIR, www.jahajmandir.com, www.jahajmandir.blogspot.in,

Comments

Popular posts from this blog

RANKA VANKA SETH SETHIYA रांका/वांका/सेठ/सेठिया/काला/गोरा/दक गोत्र का इतिहास

PAGARIYA MEDATVAL GOLIYA GOTRA HISTORY पगारिया/मेडतवाल/खेतसी/गोलिया गोत्र का इतिहास

RAKHECHA PUGLIYA GOTRA HISTORY राखेचा/पुगलिया गोत्र का इतिहास