Featured Post

Shri JINManiprabhSURIji ms. खरतरगच्छाधिपतिश्री जहाज मंदिर मांडवला में विराज रहे है।

Image
पूज्य गुरुदेव गच्छाधिपति आचार्य प्रवर श्री जिनमणिप्रभसूरीश्वरजी म.सा. एवं पूज्य आचार्य श्री जिनमनोज्ञसूरीजी महाराज आदि ठाणा जहाज मंदिर मांडवला में विराज रहे है। आराधना साधना एवं स्वाध्याय सुंदर रूप से गतिमान है। दोपहर में तत्त्वार्थसूत्र की वाचना चल रही है। जिसका फेसबुक पर लाइव प्रसारण एवं यूट्यूब (जहाज मंदिर चेनल) पे वीडियो दी जा रही है । प्रेषक मुकेश प्रजापत फोन- 9825105823

साधू समाचार

0 पूज्य गुरुदेव उपाध्याय श्री मणिप्रभसागरजी .सा. आदि ठाणा पालीताना बिराज रहे हैं। उनकी पावन निश्रा में नवाणुं यात्राा का आयोजन चल रहा है। ता. 30 दिसम्बर को संघवी माला विधन के पश्चात् 31 दिसम्बर को अहमदाबाद होते हुए चितलवाना की ओर विहार करेंगे।
0 पूज्य मुनिराज श्री मनोज्ञसागरजी .सा. आदि ठाणा 2 महासमुन्द चातुर्मास की संपन्नता के पश्चात् रायपुर, कैवल्यधम होते हुए पुन: महासमुन्द पधर गये हैं। उनकी निश्रा में श्री सम्मेतशिखरजी तीर्थ के लिये छह री पालित संघ का आयोजन हो रहा है। 13 दिसम्बर को संघ का प्रस्थान होगा।

0 पूज्य मुनि श्री पीयूषसागरजी . आदि ठाणा सिकन्द्राबाद बिराज रहे हैं। उनकी निश्रा में मेडचल तीर्थ की प्रतिष्ठा ता. 8-12-13 को संपन्न होगी।
0 पूज्य मुनि श्री महेन्द्रसागरजी .सा. आदि ठाणा कैवल्यधम बिराज रहे हैं। उनकी पावन निश्रा में उपधन तप का आयोजन ता.28-11-13 से प्रारंभ होगा।



jahaj mandir, maniprabh, mehulprabh, kushalvatika, JAHAJMANDIR, MEHUL PRABH, kushal vatika, mayankprabh, Pratikaman, Aaradhna, Yachna, Upvaas, Samayik, Navkar, Jap, Paryushan, MahaParv, jahajmandir, mehulprabh, maniprabh, mayankprabh, kushalvatika, gajmandir, kantisagar, harisagar, khartargacchha, jain dharma, jain, hindu, temple, jain temple, jain site, jain guru, jain sadhu, sadhu, sadhvi, guruji, tapasvi, aadinath, palitana, sammetshikhar, pawapuri, girnar, swetamber, shwetamber, JAHAJMANDIR, www.jahajmandir.com, www.jahajmandir.blogspot.in,

Comments

Popular posts from this blog

PAGARIYA MEDATVAL GOLIYA GOTRA HISTORY पगारिया/मेडतवाल/खेतसी/गोलिया गोत्र का इतिहास

RANKA VANKA SETH SETHIYA रांका/वांका/सेठ/सेठिया/काला/गोरा/दक गोत्र का इतिहास

RAKHECHA PUGLIYA GOTRA HISTORY राखेचा/पुगलिया गोत्र का इतिहास